ऐप से असली बीजों का लगेगा पता, कृषि मंत्री बोले , मील का पत्थर साबित होगा ऐप

केकेबी ब्यूरो, दिल्ली। अब जल्द ही किसान ऐप के माध्यम से पता लगा पायेंगे कौन सा बीज असली है और नकली। इस ऐप के माध्यम से असली बीजों की जानकारी मिलेगी और किसान धोखाधड़ी से बच सकेंगे। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायत राज तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरूवार को सीड ट्रेसबिलिटी मोबाइल एप लांच किया। कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि सीड ट्रेसबिलिटी मोबाइल एप मील का पत्थर साबित होगा।

इसके अलावा कृषि मंत्री ने गुण नियंत्रण एवं डीएनए प्रयोगशाला की भी शुरुआत की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि में खेती के क्षेत्र में बीज बहुत महत्व रखता है ऐसे में बीज के क्षेत्र में काम करने वालों की बहुत अहम जवाबदेही है।

कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि एनएससी के पास भूमि का काफी बड़ा रकबा है, जिसका अधिकाधिक उपयोग किया जाना चाहिए। एनएससी कम दाम पर गुणवत्तायुक्त बीज किसानों को उपलब्ध करा रहा है, यह देश के लिए बड़ा काम है, जिसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने इस दिशा में प्रगति के लिए एक रोडमैप बनाने का सुझाव दिया।

कार्यक्रम में मौजूद कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि कृषि की शुरूआत बीज से होती है। वैरायटी सीड्स की ज्यादा मात्रा में किसानों को उपलब्धता सस्ते दामों में सुनिश्चित करना चाहिए।

कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि खाद्यान्न की आत्मनिर्भरता में किसानों व वैज्ञानिकों के साथ ही एनएससी का भी बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि नई लैब व एप से किसानों को काफी लाभ होगा।

पूसा स्थित राष्‍ट्रीय बीज निगम (एनएससी) के मुख्‍यालय में आयोजित समारोह में सीएमडी विनोद कुमार गौड़ ने कृषि मंत्री को 9 करोड़ रुपये का डिविडेंड चेक भी दिया। सीएमडी गौड़ ने एनएससी की गतिविधियां व उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि एनएससी ने विभिन्‍न कदम उठाकर दुर्गम व दूरस्‍थ क्षेत्रों के किसानों को अनाजों, दलहन-तिलहन, चारा, सब्‍जी बीज आदि की सभी महत्‍वपूर्ण फसलों के गुणवत्‍ता बीजों की पर्याप्‍त मात्रा उपलब्‍ध करवाने के सरकार के उद्देश्‍य को पूरा किया है व गुणवत्‍तापूर्ण बीजों के भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता के रूप में अपनी प्रतिष्‍ठा को कायम किया है।