केकेबी ब्यूरो, दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर किसान परेड के दौरान हुई हिंसा और लालकिले पर हुई शर्मनाक घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने 25 एफआईआर दर्ज किया है। सबसे अहम ये है कि इस एफआईआर में 30 ऐसे किसान नेताओं पर हिंसा के जिम्मेदार ठहराया गया जो सरकार के साथ तीन कृषि कानून को लेकर हुई बातचीत में शामिल रहे हैं।
किसान नेताओं में योगेंद्र यादव, दर्शनपाल, बलबीर सिंह राजेवाल, राकेश टिकैत, बूटा सिंह बुर्जगिल, सतनाम सिंह पन्नू समेत कई नेताओं के खिलाफ दर्ज किया गया है। वहीं लालकिले पर हुई घटना के लिए पंजाबी एक्टर गायक दीप सिधु और लखबीर सिंह सिधाना उर्फ लक्खा सिधाना का नाम भी एफआईआर में शामिल है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 25 जनवरी को ही दिल्ली पुलिस को हंगामे का अंदेशा हो गया था। पुलिस कमिश्नर ने कहा दिल्ली में जिन लोगों ने हिंसा फैलाई उन लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने यहां तक कहा कि किसान नेताओं ने दिल्ली पुलिस के साथ हुए एग्रीमेंट को नहीं मानकर विश्वासघात किया है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बताया कि किसानों के साथ ट्रैक्टर परेड की शर्तों को लेकर 5 बार बातचीत हुई थी। शर्त यह थी कि 26 जनवरी को दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक परेड होगी लेकिन किसान अपने वादे से मुकर गए। साथ ही किसानों ने तय रुट की अनदेखी की। दिल्ली पुलिस कमिश्नर की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुकरबा चौक के पास किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषण का क्लिप भी दिखाया गया।
जब दिल्ली पुलिस कमिश्नर से पूछा गया दिल्ली में हिंसा को लेकर क्या किसान नेताओं को गिरफ्तार किया जाएगा तो उन्होंने जवाब दिया कि इस हिंसा में जिस भी किसान नेताओं की मिलीभगत पाई जाएगी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और 49 को हिरासत में लिया गया है।
दीप सिद्धू को लेकर पूछे गए सवाल में दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कहा जांच में कई लोगों के नाम आएंगे जिन्होंने भी अपराध किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।