तोमर की राज्यों को नसीहत, नहीं रह जाये कोई पीएम किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित

केकेबी ब्यूरो। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की दूसरी सालगिरह पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्य सरकारों को ये नसीहत देते हुये कहा कि वे ये सुनिश्चित करें जो व्यक्ति किसान सम्मान निधि योजना का लाभार्थी होने की पात्रता रखता है वो कतई भी योजना का लाभ पाने से वंचित ना रह जाये।

कृषि मंत्री ने ये भी कहा कि उन्हें कई लोग ये शिकायत करते हैं कि जल्दबाजी या लापरवाही के चलते किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पाने का जो किसान हकदार है उसकी जगह अयोग्य व्यक्ति के खाते में किसान सम्मान निधि का पैसा चला जा रहा है। उन्होंने राज्यों से इन शिकायतों की तरफ ध्यान देने को कहा है।

पीएम किसान के दो साल पूरे

दरअसल 24 फरवरी, 2019 को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से अपनी महत्वाकांक्षी योजना पीएम किसान सम्मान निधि की शुरुआत की थी। दूसरी सालगिरह के मौके पर राजधानी दिल्ली के पूसा स्थित एनएएससी कॉम्पेल्क्स में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जहां पर राज्यों के कृषि मंत्री की उपस्थिति में कृषि मंत्री तोमर ने ये बातें कही।

पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम की दूसरी वर्षगांठ पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, “ आज के दिन को मील के पत्थर के रूप में याद किया जाएगा। छोटे सीमांत किसान की आय बढ़ाने में पीएम किसान सम्मान निधि योजना महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा। ” उन्होंने बताया कि 10.75 करोड़ किसान इस योजना से जुड़े चुके हैं, जिनके खाते में 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा ट्रांस्फर किया जा चुका है।

मुनाफे का नहीं रहा कृषि

कृषि मंत्री ने बताया कि कृषि का क्षेत्र बहुत ज्यादा मुनाफ़े का अब नहीं रहा।  जिसके चलते किसानी का काम सरकार की सहायता से चलता है।  उन्होंने कोरोना के दौर को याद करते हुये कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पर अगर सकंट के बादल मंडरा रहे हो तो कृषि ही एक ऐसा क्षेत्र है जो अर्थव्यवस्था को  संकट से उबारने की क्षमता रखता है। संकट की स्थिति हो कृषि क्षेत्र की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने बताया कि देश की आधी आबादी कृषि पर निर्भर है। रोजगार का अवसर भी इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्राप्त होता है।