केकेबी ब्यूरो। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 9.5 करोड़ किसानों के खाते में साल 2021-22 की पहली और योजना की आठवीं किश्त का 2,000 रुपये उनका खाते में शुक्रवार को ट्रांस्फर कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बटन दबाकर किसानों के बैंक खाते में एक साथ करीब 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम ट्रांस्फर किये।
बंगाल के किसानों को भी योजना का लाभ, एक साथ दो किश्त
सबसे खास बात ये रही कि दिसंबर 2018 में योजना की शुरुआत के बाद, पहली बार पश्चिम बंगाल के किसानों के खाते में भी पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2,000 रुपये की पहली किश्त ट्रांस्फर किया गया। पश्चिम बंगाल के 7 लाख से ज्यादा (703955) किसानों के खाते में 281 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम ट्रांस्फर किया गया है। इसका अर्थ ये हुआ कि बंगाल के हर किसान को दो किश्त जिसमें पुरानी सातवीं और आठवीं को मिलाकर कुल 4,000 रुपये दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल सरकार और भी किसानों की सूची देने को कहा जिससे प्रदेश के अन्य किसानों को भी योजना का लाभ मिल सके।
पीएम किसान के तहत अबतक मिले 1,35,000 करोड़ रुपये
पीएम किसान निधि योजना का लाभ लेने के लिये अबतक 11.80 करोड़ किसानों ने अपना पंजीकरण कराया हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योजना की शुरुआत से लेकर अबतक 11 करोड़ से ज्यादा किसानों को 1 लाख 35 हजार करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में ट्रांस्फर किया जा चुका है। जिसमें से कोरोना महामारी के काल में 60,000 करोड़ रुपये सीधे किसानों को इस विपदा की घड़ी में दिया गया है। इससे छोटे मझोले किसानों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है।
गेंहू खरीद पर किसानों को 58,000 करोड़ रुपये सीधे खातों में
गेंहू की रिकॉर्ड खरीदारी का जिक्र करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एमएसपी पर गेंहू की खरीदारी कर किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में 58,000 करोड़ रुपये ट्रांस्फर किया गया है, जिसमें पंजाब के किसानों को 18,000 करोड़ रुपये और हरियाणा के किसानों को 9,000 करोड़ रुपये ट्रांस्फर किया गया है। ये पहला मौका है जब पंजाब हरियाणा के किसानों को सरकारी खरीद के बाद उनके फसल का भुगतान का रकम सीधे उनके बैंक खाते में किया गया है।
छह लाभार्थी किसानों से पीएम मोदी मुखातिब
पीएम किसान सम्मान निधि की आठवीं किश्त करने के कार्यक्रम में पीएम मोदी योजना के लाभार्थी देश के छह किसानों से भी मुखातिब हुये। जिसमें उन्नाव के अरविंद निषाद है जो गंगा के किनारे जैविक खेती करते हैं। आंध्र प्रदेश की महिला किसान एम वेणूरामा जिन्होंने बंजर जमीन पर खेती शुरु कर दी। मेघालय के रेविस्टर खारुमुनुउद जो ऑरगेनिक खेती करते हैं। पीएम मोदी अंडमान निकोबार के किसान पैट्रिक, जम्मू कश्मीर के श्रीनगर से खुरशीद अहमद और महाराष्ट्र के लातूर से बालासाहेब नरारे से भी मुखातिब हुये और इन किसानों के अनुभव को सुना।