Milk Price Hike: 2022 में कई बार दूध के दाम बढ़े हैं लेकिन साल जब खत्म होने के कगार पर था तो राजधानी दिल्ली में मदर डेयरी ने दूध के दाम बढ़े दिए. 27 दिसंबर, 2022 से मदर डेयरी ने फुल क्रीम के दूध के दाम 2 रुपये लीटर बढ़ा दिए. अब मदर डेयरी का फुल क्रीम दूध 66 रुपये लीटर में मिल रहा है. लेकिन ये मत सोचिए कि दूध के दाम बढ़ने का सिलसिला यहीं थमने वाला है. माना जा रहा है कि दूध के दामों में बढ़ोतरी का सिलसिला नए साल 2023 में भी जारी रह सकता है.
20 तक बढ़े दूध के दाम
2022 में मदर डेयरी ने पांच दफा दूध के दाम बढ़ाये हैं जबकि अमूल ने भी चार बार दूध के दामों में बढ़ोतरी की है. 2022 में 20 फीसदी तक दूध महंगा हुआ था. और दूध के महंगे होने के चलते घी,पनीर,खोआ से लेकर दही लस्सी के दाम भी बढ़े हैं. पर क्या आप जानते हैं दूध के दामों में ये इजाफा क्यों हो रहा है. दरअसल दूध के दामों के बढ़ोतरी की तीन प्रमुख वजहें हैं. एक तो दूध की बढ़ती मांग और डेयरी कारोबार की लागत में बढ़ोतरी और ऊँचा ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट. इन तीनकारणों के चलते दूध की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है.
इन कारणों से दूध हुआ महंगा!
देश में पशुओं के लिए चारे की भयंकर कमी देखी जा रही है. मांग बढ़ने और सप्लाई सीमित होने के चलते दाम बढ़े हैं हैं. पशुओं के चारे के लिए गेहूं और मक्का प्रमुख स्रोत है. गेहूं के उत्पादन में गिरावट से साथ उससे निकलने वाले भूसे की सप्लाई घटी है तो मक्के का इस्तेमाल ईथेनॉल बनाने से लेकर दूसरी जरूरतों में शुरू होने की वजह से इसकी भी उपलब्धता घटी है. वहीं वहीं दूध के बने प्रोडक्ट्स की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. डेयरी प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनियां पहले के मुकाबले ज्यादा दूध खरीद रही हैं और वे सीधे ऊंचे दामों पर किसानों से दूध खरीद रहे हैं. महंगे पेट्रोल और डीजल से दूध का ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ा है. तो कंपनियों ने बढ़ती लागत का बोझ सीधे आम ग्राहकों पर डाला है.
महंगे दूध का असर
बीते डेढ़ सालों में डेयरी कंपनियों ने लागत का हवाला देते हुए कई बार दूध के दाम बढ़ाये हैं. महंगे दूध के चलते खोआ-पनीर, छेना, घी, दही के दाम बढ़े हैं. इसका सीधा असर दूध से बनने वाली चीजों की कीमतों पर पड़ा है.