सड़कों से लेकर खेतों में आवारा घूमने और सफल बर्बाद करने वाले जानवरों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार विशेष अभियान चलाएगी. इन जानवरों के धर पकड़ और इनको गौशालाओं में भेजने के लिए सरकार 1 नवम्बर से लेकर 31 दिसम्बर तक विशेष अभियान चलाने जा रही है. इसको लेकर योगी सरकार ने अभियान की समीक्षा बैठक में गोसंरक्षण केन्द्रों की स्थापना करने और गोवंश के भरण पोषण के लिए पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही गोसंरक्षण केन्द्रों पर नंदी के लिए अलग शेड की व्यवस्था की जाएगी. अभियान सही तरीके से चले इसके लिए राज्य प्रशासन
इसकी साप्ताहिक एवं पाक्षिक रिपोर्ट मुख्यालय पर उपलब्ध कराई जाएगी.
पांच विभाग के समन्वय से सफल होगा अभियान
इस अभियान के दौरान विभाग के लोग टैक्टर संग कैटल कैचर से जानवरों को धड़पकड़ करने की व्यवस्था होगी.
अभियान में गृह विभाग, राजस्व विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, नगर विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग से समन्वय स्थापित कर सफल बनाया जा.। पकड़े गए जानवरों की देखभाल के लिए चारा, भूसा, टीनशेड, विद्युत आपूर्ति, पेयजल एवं उपचार आदि के पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित किये जायेंगे.
पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह की माने तो गोआश्रय स्थलों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम को प्रोत्साहित करते हुए प्रभावी रूप से संचालित किया जाएगा. मौजूदा समय में प्रदेश में 6943 गोआश्रय स्थल हैं,जिनमें 12,11,247 गोवंश संरक्षित किये गये हैं.